प्रेम वही करता इस जग में- अमरनाथ त्रिवेदी

    प्रेम  वही  करता  इस जग  में, जिसे   मानवता  से  यारी  है। आचरण है  पशुवत   जिसका, पृथ्वी पर  जीना उसका भारी है। सचमुच  कहूँ तो प्रेम ही जीवन, प्रेम …