बाल मन-अर्चना गुप्ता

बाल मन  बाल मन होते कोमल निश्छल मुस्काते नैन ज्यों कुसुम कमल मन के होते स्वच्छ-भोले-सच्चे ज्यों व्याप्त श्वेत हिमगिरि धवल मुखमंडल पर अति मधुर मुस्कान उनके हिय विराजें सदा…