बिहार की गौरवगाथा गुणगान करूँ, सम्मान करूँ नित-नित झुक मैं प्रणाम करूँ। बिहार की गौरवशाली गाथा का, सुनो, आज मैं बखान करूँ। गुणगान करूँ………………. पतित पावनी गंगा ने यहाँ, निर्मल…
Tag: बिहार की गौरवगाथा
बिहार की गौरवगाथा-नूतन कुमारी
बिहार की गौरवगाथा चहुं ओर फैली हरियाली है, पावन सी बहती गंगा है, कहीं गाँधी की हुंकार है तो, कहीं ज्ञान भरा नालंदा है, तेरी गोद में पोषित हुए हर…