मेरे पापा-ब्रम्हाकुमारी मधुमिता

मेरे पापा मेरी हर खुशी में मुस्कुराते मेरे हर गम में, ढांढस बढ़ाते मेरे पापा मुझे कभी पीटी उषा, तो कभी सुनीता विलियम्स बनाते मेरे पापा मेरे आंसुओं के बहने…

शांति के फरिश्ते हैं हम-ब्रम्हाकुमारी मधुमिता

शांति के फरिश्ते हैं हम शांति सागर की संतान हैं, हम खुशियों भरा है, जीवन हरदम शांति के प्रकंपन, फैलाएं हम शांति के फरिश्ते हैं, हम।  खुश रहना और खुशी…