मां की ममता बसंत जैसी ऋतु हो तुम। पूर्णिमा की हो चांद।। ममता की आंचल पसारे। करुणा सागर समान।। तेरी ह्रदय से पृथ्वी छोटी। ममता तेरी सबने देखी।। अपने हाथ…
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मां की ममता-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
मां की ममता मां की ममता सबसे न्यारी, अपनी संतान पर दुनिया वारी। भूख नहीं पर हमें खिलाती, खिलौने देकर हमें मनाती। पीछे-पीछे दौड़ी चली आती, हाथ में लेकर दूध…
माँ की ममता-अवनीश कुमार
माँ की ममता जब छोटा था, प्यारा था माँ का राज दुलारा था । करता गीली शैय्या था , फिर भी आँखों का तारा था । माँ की हँसी, माँ…