माता -जैनेन्द्र प्रसाद रवि

माता जगत में है जो प्यारी, सारी दुनिया से न्यारी, युगों-युगों से हमारी, माता कहलाती है। हमें लाती धरा धाम, सहती है पीड़ा घाम, अंगुली पकड़ हमें, चलना सिखाती है।…