माता से विनय – राम किशोर पाठक

माता से विनय- चौपाई छंद सुन लो माता विनय हमारी।तेरी महिमा न्यारी – न्यारी।।दुष्टों का संहार किया है ।भक्तों का उद्धार किया है ।।०१।। माँ आई है मेरी बारी ।माँ…

माता -जैनेन्द्र प्रसाद रवि

माता जगत में है जो प्यारी, सारी दुनिया से न्यारी, युगों-युगों से हमारी, माता कहलाती है। हमें लाती धरा धाम, सहती है पीड़ा घाम, अंगुली पकड़ हमें, चलना सिखाती है।…