विवेकानंद-सुधीर कुमार 

विवेकानंद  हे युग पुरुष, हे युग प्रवर्तक,  तुमको बारम्बार प्रणाम।  तुमने भारतीय संस्कृति को,  दिया था एक नया आयाम।  रुढ़ि और बंधनों से तुमने,  देश को मुक्त कराया।  भटके हुए…