सफल होना – राम किशोर पाठक

बासंती छंद वार्णिक आओ मेरे पास, सफल जो चाहो होना।भूलो सारी बात, अगर चाहोगे सोना।।हारे वैसे लोग, सतत आगे जो भागे।जीते हैं वें लोग, अगर पीछे भी जागे।। पाना हो…