स्कूल में आई खुशियाँ-विजय सिंह नीलकण्ठ

स्कूल में आई खुशियाँ फरवरी दो हजार बीस से बंद था  पठन-पाठन विद्यालय में प्यारे बच्चे छुपे हुए थे अपने-अपने आलय में। मन नहीं लगता गुरुजी को था  बैठे-बैठे विद्यालय…