स्वतंत्रता का पुष्प-दिलीप कुमार गुप्त

स्वतंत्रता का पुष्प  स्वतंत्र राष्ट्र, स्वतंत्र निर्णय आज यहाँ संस्कृति निर्भय चाकर स्वामी भेद मिटाया सबको सब का पूरक बनाया शोषण के छंट गये वारिद ज्ञानी ध्यानी हुए कवि कोविद…