ये मेरा घर कितना प्यारा, ये मेरा घर, रहते यहाँ हम, हिलमिल कर। कितना सुन्दर, कितना मनहर, है अपना, ये मेरा घर। मम्मी-पापा, दादा-दादी, भाई-बहन, और चाचा-चाची। सब मिल रहते…
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जगजननी माँ-मनु कुमारी
जगजननी माँ जिससे बंधी खुशियाँ मेरी, जिससे मँहके सारा जहाँ, सबसे अच्छी, सबसे न्यारी, है वो मेरी प्यारी माँ! स्नेहमयी, आनंदमयी, वात्सल्यमयी तेरी गोद ओ माँ, जिसके आगे फीकी पर…
डरो मत तुम कोरोना भगाओ-मनु कुमारी
डरो मत तुम कोरोना भगाओ सखी सहेली भाई बहना, कोरोना से तुम यूँ डरो ना , भले ना बनी कोई सटीक दवा, सावधानी बरत स्वच्छता अपनाओ, हाथ धोने के पाँच…
दूर धरा की अंधियारी-मनु कुमारी
दूर धरा की अंधियारी मिट्टी के दीये से जब करते हम, अपने घर की उजियारी, स्नेह के दिये जलाकर कर दें, दूर धरा की अंधियारी। खुशी की फुलझड़ियाँ, और पटाखे…