त्वमेका शिवा- राम किशोर पाठक

Ram Kishor Pathak

त्वमेका शिवा – स्त्रोत

सदा शक्ति आलंब भक्तान माता, न जानामि योगं जपं नैव ज्ञाता।
सदा कल्पनाशील तुभ्यम् भजेहं, नमो दिव्य रूपं नमो सर्व त्राता।।

त्वमेका शिवा आदि रूपा अनूपा, त्वमेका इयं लोक सर्वत्र माता।
जरा जन्म दु:खौ अघातं विनाशी, मया मोह घोरं प्रहारी विधाता।।

भजेहं सदा सर्वदा देवि तुभ्यम्, त्वमेका मया दोष हारिण्य माता।
पठे नैव मंत्रा: ऋचायाम् न वेदस्य, परं भाव श्रद्धा शरण्यां प्रदाता।।

दिवा स्वप्न माया मनोरंजनानां, रमे रोम नित्याणि बोधाय माता।
अहं भाव शून्यं त्वमेका भजेहं, कृपां देहि वर्णाणि सर्वज्ञ ख्याता।।

वरो मे बलं ज्ञान विद्या च बुद्धिं, सदाचार शीलं वितं बंधु भ्राता।
हरो में सदा रोग शोकाणि सर्वं, प्रसन्ना भव: पुत्र भावाय माता।।

रचयिता:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978

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