श्याम समवर्णिक छंद
नमन तुम्हें है विधाता।
सबल हमें जो बनाता।।
अगर तुम्हें रास आता।
सहज बने सर्व ज्ञाता।।
हम-सब अज्ञान पाले।
मगन सभी ज्ञान वाले।।
तुम करुणा दान दे दो।
अजय बने मान दे दो।।
सफल सदा चाहते हैं।
सुख सुविधा ताकते हैं।।
हम पदचिन्हें निहारें।
हर छवि को देख तारे।।
अपलक देखूँ तुझे भी।
भ्रम लगता है मुझे भी।।
अगर कृपा हो तुम्हारा।
सफल नतीजा हमारा।।
रचयिता:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
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