वृक्ष लगाओ
वृक्ष लगाओ, जीवन बचाओ।
वृक्ष है जीवन का आधार
इसलिए वृक्ष लगाओ यार।
वृक्ष से फल सभी को मिलते
जिससे शरीर को सभी विटामिन मिलते।
फल, फूल, तेल औषधि आदि के
संग संग फर्नीचर भी वृक्ष से बनते।
हमारी मूलभूत आवश्यकताएँ भी
वृक्षों से हीं हरदम पूरे होते।
कार्बन डायऑक्साइड को हटाये दूर
स्वच्छ एवं शुद्ध ऑक्सीजन हमें दे भरपूर।
वृक्षों के कारण हीं बारिश होती
सभी प्राणियों के प्यास हैं बुझती।
माँ धरती की हरी-हरी साड़ी
जो सबके जीवन में लाए हरियाली।
ये सब तो वृक्षों पर है निर्भर,
सब कोई वृक्ष लगाओ भाई।
वृक्ष बहुत परोपकारी होते
स्वयं के लिए कुछ नहीं करते।
प्राणी मात्र के लिए सदा वह
अपना सबकुछ अर्पण करते।
हाथ कटाकर, पैर कटाकर
सिर को भी वह कटा लेता है।
प्राणी के सुख शांति के लिए
परिवार सहित वह मिट जाता है।
वह मानव हित के लिए
हंसते-हंसते कट जाता है।
लेकिन ये महत्वाकांक्षी मानव
औद्योगीकरण के लिए तो
जंगल और वृक्षों की कटाई करता है।
वृक्षों के अंधाधुंध कटाई कर
वह अपना बर्बादी खुद करता है।
वृक्षों की कटाई, पर्यावरण का विनाश
प्रकृति से छेड़छाड़ !
सब कुछ अपने स्वार्थ के लिए
करता है यह लोभी मानव।
प्रकृति के प्रकोप से बचना है तो
काटने से पहले वृक्ष लगाओ।
जन्म दिन हो या एनीवर्सरी
हर उत्सव पर वृक्ष लगाओ क्योंकि
जीवन भर उपयोगी है यह
मरने पर भी उपयोगी है।
वृक्ष लगाओ, जीवन बचाओ।
स्वरचित:-
मनु कुमारी
मध्य विद्यालय सुरीगांव
पूर्णियाँ, बिहार