#टीचर्सआफबिहार के प्रमुख स्तंभ रहे श्री विजय बहादुर सर के प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि💐💐💐💐💐😥✍️🙏
“आप स्मृति पटल में सदा रहे़गे”
सुरेश कुमार गौरव
आप सदा विजय भी रहे है और दिल से बहादुर भी
मौत से ठन भी गई,सदा के लिए हो गए अब दूर भी!
सादगी की मिसाल और आप जीवन संयम से जीये
कठिन जीवन संघर्ष और पीड़ा दुख रुपी विष पीये!
लग ही नहीं रहा की चले गए, इस कर्मरुपी भूलोक से
अपने जीवन कर्म, इतिहास छोड़ गए इस इहलोक से!
आपकी शब्दवाणी भी सदा सरलता की याद दिलाती
कवित्त भावना आपकी अब तो पल-पल याद सताती!
काश! प्रकृति ने आपको धरा से जाने न दिया होता
हम सबकी प्रार्थना को ईश्वर ने भी सुन लिया होता !
किसके वश में है मौत को टालना, दिलों में बसे रहेंगे
आप मन की आंखों में रहेंगे सदा,स्मृति पटल में रहेंगे!
इस भूलोक में, मौत ही जीवन का अंतिम कटु सत्य है
जो आया है वह जरुर जाएगा, यह भी अटल सत्य है!
एक दिन सबकी जिंदगी, चार कंधो पर सवार होगी।
और कुछ ना साथ जायेगा, काया रुप मिट्टी की होगी।
व्यथित हृदय कह उठा,अपना सब यहीं धरा रह जाएगा
अभिमान, दौलत, रुतबा, कुछ भी साथ नहीं जा पाएगा!
यहां खाली हाथ आये, और खाली ही चले जाना होगा
कर्म रत हों सदा हम, अपनी लीला पूर्ण कर लेना होगा।
आशा ही जीवन है,इसी भरोसे जीवन कर्म निभाना होगा
बारी तो सबकी आनी है,अपना फर्ज-कर्ज चुकाना होगा!
@सुरेश कुमार गौरव, शिक्षक, उ.म.वि. रसलपुर फतुहा, पटना (बिहार)
स्वरचित और मौलिक
@सर्वाधिकार सुरक्षित
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