आओ बच्चों स्कूल चलें,
ज्ञान की राह बढ़ते चलें।
कलम उठाएँ, पुस्तक पढ़ें,
सपनों को साकार करें।
कलम हमारी ताकत है,
पुस्तक से गूँजे ज्ञान सदा।
इनसे सीखे जीवन जीना,
हर मुश्किल को समझना।
पढ़ाई से बनते हैं भविष्य के सपने,
कलम से लिखे जाते कर्म अपने।
पुस्तकें हैं ज्ञानरूपी साथी सच्चे,
जो हमें बनाए हरदम अच्छे।
आओ बच्चों पढ़ते जाएँ,
हर अक्षर को गढ़ ज्ञान पाएँ।
कलम और पुस्तक के संग,
जो खुशियों से भर दें हर रंग।
ज्ञान से होगा जीवन रौशन,
पढ़ाई से हर संकट होगा भंग।
आओ बच्चों, वादा करें,
कलम-पुस्तक को सदा धरें।
आओ बच्चों स्कूल चलें
ज्ञान की राह बढ़ते चलें।
कलम उठाएँ पुस्तक पढ़ें,
सपनों को साकार करें।
सुरेश कुमार गौरव,
उ. म. वि. रसलपुर फतुहा, पटना
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