आओ चलो चलें दीप जलाएँ,
काले अँधियारे को दूर भगाएँ,
संग चलें और घुलमिल जाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
मन के मैल को आज मिटाएँ,
नकारात्मकता को परे हटाएँ ,
डर को मन से दूर भगाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
अज्ञानता से ज्ञान की ओर,
खुशबू फैलाएँ चहुँओर,
सद्भावना का अलख जगाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
बुराई से लड़ें, अच्छाई पर चलें,
असत्य से हटें, सत्य संग पलें,
ईर्ष्या, द्वेष घृणा सब भुलाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
कर साहस और प्रतिकार,
तेज करें सब कौशल धार,
हर तरफ खुशियाँ फैलाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
भक्त प्रह्लाद की पावन पुकार,
सुनकर लिए, नरसिंह अवतार,
अवतरित हो पापी पर कहर बरपाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
होलिका, हिरण्यकश्यप का हुआ सर्वनाश,
पाप का हुआ नाश, पुण्य बना खास,
जीवन में इस सबक को अपनाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।।
हर घर सब मिलकर दीप जलाएँ,
दरिद्रता भगाएँ, लक्ष्मी जी बुलाएँ,
अज्ञानता जाए, सरस्वती जी आएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
स्व मन में एक दीप जलाएँ,
घर संग, मन रौशन कर जाएँ,
स्वच्छ परिवेश रख दिवाली मनाएँ,
तमस मिटा, चलो दीप जलाएँ।
विवेक कुमार
भोला सिंह उच्च विद्यालय पुरुषोत्तमपुर
कुढ़नी, मुजफ्फरपुर