सूरज का है समानार्थी रवि , सूर्य दिनमान ।
इसी तरह ईश्वर का होता प्रभु , देव , भगवान ।।
समानार्थी पौधा का है पादप , वृक्ष और तरु ।
दुश्मन का पर्यायवाची होता अरि और शत्रु ।।
जंगल को कहते है अरण्य , वन और कानन ।
गणेश जी का नाम है लंबोदर,गणपति,गजानन ।।
धरती का पर्याय है पृथ्वी , धरा और वसुधा ।
वायु का समानार्थी पवन,अनिल और हवा हुआ।।
औरत का समानार्थी कहलाता है स्त्री और नारी ।
माता को माँ , जननी कहते जो हैं सबसे प्यारी ।।
प्रेम से बेटा को पुत्र , सुत , लाल सभी कहते ।
घर कहलाता गृह और आलय जिसमें हम रहते ।।
चाँद का पर्यायवाची होता शशि , विधु , राकेश ।
शिव का समानार्थी जानो शंकर , शंभू , सुरेश ।।
पक्षी कहलाता है जग में चिड़िया,खग व अंडज ।
कमल को बच्चे सारे कहते जलज और पंकज ।।
सुधीर कुमार , मध्य विद्यालय शीशागाछी
प्रखंड टेढ़ागाछ , जिला किशनगंज , बिहार