पैड हमारी सखी
संगिनी आई साथ में लाई
स्वच्छता की अब नई कहानी
हर बेटी अब स्कूल रोज जाती
पीरियड्स में उसकी छुटती नहीं पढ़ाई।।
चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो
स्कूल में यह बात सिखाई जाती
दो रूपया का सिक्का डालो
जब जरूरत हो पैड निकालो।।
ना लाज और ना शर्म की यह बात
पैड यूज कर उसे करें भस्म
स्वच्छता प्रबंधन पर हमको सोचना है
स्वस्थ जीवन की ओर मिलकर बढ़ना है।।
आओ मिलकर आगे आए
संगिनी का हम साथ निभाएं
हर विधालय,हर गली में
महावारी स्वच्छता पर अलख जगाएं।।
आओ ऐ मुन्नी आओ चुन्नी
हर तरफ अब जागरूकता फैलाएं
स्वच्छता की एक शपथ दिलाएं
मां -बेटियों की अब जान बचाएं।।
महावारी नहीं है कोई अभिशाप
यह हम बेटियों के लिए ईश्वरीय वरदान
हर नारी का यह मान बढ़ाता
हमें मातृत्व का सुख दिलाता।।
डॉ मीनाक्षी कुमारी
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कृत शिक्षिका
शिव गंगा बालिका +2उच्च विद्यालय मधुबनी
DR.MINAKSHI KUMARI

