कहते मेष संक्रांति,
है विषुवत संक्रांति,
फसल कटाई शांति,
बैशाखी का पर्व है।
सूर्य का मेष प्रवेश,
पंज प्यारे धर वेश,
हरिद्वार ऋषिकेश,
मेला पर गर्व है।
पुथण्डु बोहाग बिहू,
पोहेला बोशाख कहूॅं,
बसोआ बिसुआ विशु,
खुशी में गंधर्व हैं।
बैशाख प्रथम हर्ष,
बंगाल का नववर्ष,
उत्तर हिंद उत्कर्ष,
होते खुश सर्व है।
राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश पालीगंज, पटना
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