रंग दो -जयकृष्णा पासवान

Jaykrishna

*******होली*********
रंग दो मुझे रंग दो”
प्रेम की बारिश में ।
दिलों के ख्वाहिश में,
कुछ ऐसा रंग भर दो,
रंग दो मुझे रंग दो।।
“धूप की छांव में ”
शीतल की गांव में।
काली रातों को सहर कर दो,
रंग दो मुझे रंग दो।।
“कलियों की चाहत में ”
खुशबू की आहट में।
“फूल बनकर”
बगिया को सजा दो,
रंग दो मुझे रंग दो।।
दिल से क्लेश को हटाकर,
स्नेह से गले लगाकर।
“प्यार का रंग भर दो ”
रंग दो मुझे रंग दो।।
दरिया में लहरों की तरह,
रिश्तों में बंधन की तरह।
हाथों में मेंहदी का रंग भर दो,
रंग दो मुझे रंग दो।।


जयकृष्णा पासवान
हाई स्कूल बभनगामा बाराहाट बांका

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