छंद :- मनहरण घनाक्षरी
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चार दिवसीय पर्व, ख़ुशी ख़ुशी बीत गया,
आज पावन पर्व का, हो गया पारण है।
जाति-धर्म, ऊंच-नीच,भेद भाव छोड़ने का,
मन में संकल्प हम, करते धारण हैं।
बिना कोई मंत्र जाप, सूरज की पूजा करें,
करने से रोग दोष, होता निवारण है।
शुद्ध मन श्रद्धा रख,लोग अनुष्ठान करें,
भारत में छठ पूजा नहीं साधारण है।
जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
म.वि. बख्तियारपुर,पटना
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