विषय-शराब
तर्ज-सजनवां बैरी हो गईल हमार।
सजनवां शराबी हो गईल बीमार
कतौ सेअ आबै हमरा ऊ मारै,
दैय बीछ – बीछ केअ ओ गाएर
बलमुवां शराबी हो गईल बीमार
सजनवां शराबी हो गईल हमार।
घर में न छै हमरा एकोटा टाका
कोना करबै एकर इलाज,
खायलेअ कानैत रहै छै चाएर बच्चा
घर में नै छै एक चुटकी अनाज ,
बलमुवां शराबी हो गईल बीमार
सजनवां शराबी हो ग ईल हमार।
सबदिन जाय रहै काम करैलेय
उम्हर सेअ आबै रहै पीकेअ शराब,
कहियो नै मानै हमर एको बतिया
नै मानै माइयो बापक बात ,
बलमुवां हमर हो गईल बज्जात
सजनवां शराबी हो गईल बीमार।
रोज दिन कोषै छीयै हम ईश्वर केअ
कियेअ लिखल एहेन भाग्य हमार,
कोना केअ काटबै एकर संग जिनगी
पीटै छीयै अपन कपार,
बलमुवां शराबी हो गईल बीमार
सजनवां शराबी हो गईल हमार।
नीतू रानी , स्वरचित गीत।
स्कूल का नाम-म०वि०सुरीगाॅ॑व प्रखंड-बायसी
जिला-पूर्णियाॅ॑ बिहार।