जो कराए सही ग़लत की पहचान
वही तो कहलाते हैं शिक्षक महान।
शिक्षक ही आँखों से चादर हटाते,
जिस से होते अभिन्न और अज्ञान।
शिक्षक की सेवा जो किया सदैव ही,
आगे चलकर अवश्य बना महान।
गुरुओं का सत्कार कभी न भूलें कोई,
इनके ही तपों से है जीवन का उत्थान।
गुरु -शिष्य का रिश्ता है, बहुत पवित्र,
इस रिश्ते में आकर ही लोग बने महान।
जीवन में गुरु का होना है बहुत ज़रूरी,
इन से होता है समस्या का समाधान।
आचार्य चाणक्य के शिक्षा सत्कार ने ही,
चन्द्रगुप्त मौर्य को बनाया वीर और महान।
एम ० एस० हुसैन कैमूरी
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर बिहार
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