भारत-भूमि का भाव प्राण है,
हिंदी ही तो गौरव-गान है |
हिंदी है हरित हृदय की धारा,
हिंदी उज्ज्वल उदित सितारा |
मधुर मधुर मन मोहक भाषा,
जन-जन की जीवन अभिलाषा |
मधुर मनोहर मृदु मृगनयनी,
कई भाषाओं की जीवन-जननी |
कलम कलश की करुण कहानी,
हिंदी बुनती स्वर्णिम वाणी |
शब्दों की शक्ति, शील की शान,
हिंदी ने दिया संस्कृति का दान |
अभिनव अर्चन, अमृत अभिराम,
हिंदी अमर है, हिंदी अविराम |
अभिनव अरुण, अमृत की धारा,
हिंदी अमर है, हिंदी है हमारा |
0 Likes
