हिन्दी – संजीव प्रियदर्शी

Sanjiv Priyadarshi

सकल धरा का स्वर बनी जो,शब्द का विज्ञान हिन्दी
है मातृ भाषा हम सबों की, राष्ट्र की पहचान हिन्दी
वणिक चरवाहे शिक्षक मजूर, खेतों में किसान हिन्दी
मातृभूमि पर मिटने वाला,इकक वीर जवान हिन्दी
हरे बाग कल- कल नदियां हैं,विहगों की उड़ान हिन्दी
गांव नगर वन झार घाटियां अचल रेगिस्तान हिन्दी
यही सभ्यता आदि संस्कृति,सुकर्मों की ख़ान हिन्दी
है हरिश्चंद्र का सत्य धर्म,कर्ण का महादान हिन्दी
ईद दशहरा बुद्ध पूर्णिमा,विशाखी रमजान हिन्दी
हिन्दी हिन्दू सिख ईसाई,जैनी मुसलमान हिन्दी
अदालत संसद विधानसभा, घर- घर की जुबान हिन्दी
जहां सुहिन्दी भारत बसता ,जन हृदय का प्राण हिन्दी
जन गण मन व वन्देमातरम, है तिरंगा शान हिन्दी
हिम गिरि से अरब सागर तक,पूरा हिंदुस्तान हिन्दी
हम हैं हिन्दी तुम भी हिन्दी,बालक बृद्ध स्यान हिन्दी
हिन्दी महज इक भाषा नहीं,जन जन का है गान हिन्दी

संजीव प्रियदर्शी
फिलिप उच्च माध्यमिक
विद्यालय बरियारपुर, मुंगेर

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