मोह-प्रीति कुमारी

मोह

माया से भरी इस दुनियाँ में
जीना इतना आसान नहीं
हर राह भरे हैं काँटों से
चलना इतना आसान नहीं।

पग पग पर मिलती मुसीबतों से
लड़ना इतना आसान नहीं
इस लोभ मोह की नगरी में
जीना इतना आसान नहीं।
यहाँ हर पल मिलती चुनौतियाँ 
पग पग पर आती विपत्तियाँ
जीवन बाधा से भरी पड़ी
मुसीबत बनकर अड़ी खड़ी
हर पल आती इन बाधाओं को
पार करना इतना आसान नहीं।
पर हम भी हार न मानेंगे
हर मुश्किल आसान बनाएँगे
टेढ़ी-मेढ़ी आड़ी-तिरछी
चुनौतियों से भरी
जीवन-रूपी पगडंडियों को
पार करेंगे
और तूफानों से लड़कर
हर राह आसान बनाएँगे
हम हार कभी न मानेंगे
हम हार कभी न मानेंगे
खुद जीवन जीना सीखेंगे
जीना सबको सिखलाएँगे।

प्रीति कुमारी
कन्या मध्य विद्यालय मऊ विद्यापति नगर
समस्तीपुर 

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