जनसंख्या-संयुक्ता कुमारी

Sanyukta

जनसंख्या

जागो मानव जागो ….
करो परिवार सीमित सभी।
नहीं तो सभ्य समाज न बना पाएँगे,
खो देंगे हम चैन अपनी।

बड़ी विस्फोटक है यह समस्या,
बेरोजगारी और बढ़ेगी।
जागो मानव जागो …
करो परिवार सिमित अपनी।।

है यह बड़ी भयंकर समस्या,
परिवार नियोजन अपनानी होगी।
ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या बढ़ेगी,
तो फिर पछतानी होगी।।

अपनाएँ हम सब यही मंत्र
दो से ज्यादा बच्चे नहीं।
सुखी होगी संसार,
शिक्षित होगा अपना समाज।

जागो मानव जागो…
करो परिवार सीमित अपनी।

समय रहते सुलझा ले हम इसे ,
कमी न होगी अन्न की।
पानी कहाँ से आयगी,
कहाँ से आएगी ये दलहनी।।

अभी न सम्भ्ले तो आने वाली
पीढी की सुरत होगी रोनी।
गरीबी और बेरोजगारी बढेगी,
देश कभी न विकसित होनी।।

समय रहते हो सचेत हम,
वरना यह विकराल समस्या से
जीवन मुश्किल होगी।
जागो मानव जागो….
करो परिवार सीमित अपनी।

संयुक्ता कुमारी
कन्या मध्य विधालय मलहरिया
बायसी पूर्णियाँ

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