नारी है ईश्वर का वरदान-नरेश कुमार “निराला”

नारी है ईश्वर का वरदान नारी दुर्गा है नारी सरस्वती नारी है ईश्वर का वरदान, हर घर की इज्जत है नारी नारी से है सबकी पहचान। यदि संसार में होती…

संघर्ष-मनु कुमारी

संघर्ष संघर्ष बिना इस दुनियाँ में कुछ भी पाना आसान नहीं, बिना संघर्ष किये खुद को मानव कह देना ठीक नहीं।  संघर्ष करके नन्ही चींटी मिट्टी का घरौंदा बनाती है,…

सृजनहार प्रभु-कुमारी अनु साह

सृजनहार प्रभु हे जग के सृजनहार प्रभु तुम हो पालनहार प्रभु।  दुनिया बनाई कितनी सुंदर हरी धरती नीला समंदर नदियाँ, पहाड, चाँद, सितारे उडते रंग बिरंगे पंछी सारे मन को…

गंगा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि

गंगा स्वर्ग से धरती पर आई, जन-जन की पातक नाशिनी गंगा। विष्णु के चरणों से निकली, शिव जटा निवासिनी गंगा।। विष्णुपदी, सुरसरी, जाह्नवी, कहीं मंदाकिनी बन जाती है। विविध नामों…

होली-लवली वर्मा

होली होली रंगों का त्योहार, फाल्गुन का पर्व विशेष। उड़ते रंग और गुलाल, मिट जाते हैं द्वेष-क्लेश। अच्छाई की जीत दर्शाता, होलिका दहन होता विशिष्ट। अनुराग होता चहुं ओर, उड़ते…

धरती माँ-कुमकुम कुमारी

धरती माँ माँ सी प्यारी धरा हमारी, हमको है प्राणों से प्यारी। देवों ने मिल इसे रचाया, वन-उपवन से इसे सजाया।। देखो कितनी लगती न्यारी, देती सुख-सुविधा है सारी। करें…