बापू की निशानी देश की आजादी पर अर्पित किया जवानी है, ये आजादी तो बापू की अमिट निशानी है। पोरबंदर का एक राजदुलारा, बन गया वह दुनियाँ का तारा। भारत…
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अन्तर्व्यथा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
अन्तर्व्यथा हे प्रभु! है अर्ज हमारी ऐसा समय न आए फिर से। आस पास रहकर भी हम मिलने को आपस में तरसे।। हाथ में पैसा रखा रह गया मिला न…
शिष्य-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
शिष्य विद्या, बुद्धि, धीरज, संयम जो जीवन में अपनाता है, वही गुरू का सर्वश्रेष्ठ शिष्य सदा कहलाता है। सूर्योदय से पहले जो अपनी शैय्या को छोड़े, काम-क्रोध, लोभ और ईर्ष्या…
गुरु महिमा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
गुरु महिमा है गुरूदेव की महिमा अपार भैया, इसको माना है सारा संसार भैया। गुरु के चरणों में काबा-काशी, चाहे गृहस्थ हो या संन्यासी। सबका हुआ है बेड़ा पार भैया,…
साहस के दोहे-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
साहस के दोहे चोट खाकर ही पत्थर मूर्त्ति बन पूजा जाता है। जो संकट से घबराता, वह कभी नहीं बढ़ पाता है।। तपाया जाकर ही सोना सुंदर आभूषण बन पाता…
तिरंगा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
तिरंगा वीरों की है शान तिरंगा, भारत की पहचान तिरंगा। जल में, थल में, नील गगन में, दुनिया कीआबाद चमन में। सदा शान से लहराता है, भारत का अभिमान तिरंगा।…
खड़ी है तेरे द्वार बहना-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
खड़ी है तेरे द्वार बहना धागा रक्षा के बांधे तेरे हाथ बहना, राजा भैया तू हर युग में साथ रहना। नित् दिन रहती आश लगाए, सोचती कब शुभ दिन ये…
वर्षा रानी-जैनेन्द्र प्रसाद “रवि”
वर्षा रानी उमड़-घुमड़ कर बादल गरजे बूंदें गिरती आसमानी, पृथ्वी पर अपना प्यार लुटाने आती हैं वर्षा रानी। ग्रीष्म ऋतु से विह्वल होकर पेड़-पौधे मुरझाते, प्रचंड धूप से आहत…
समय-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
समय हवा शुद्ध है फिर भी हम, मास्क आज लगाते हैं। खाली सड़कें रहने पर भी, ड्राइव पर नहीं निकल पाते हैं।। स्वच्छ हाथ रहने पर भी मिलाने पर है…