बिन गोली तलवार बिना, कमर टूट रही है। भारत के कोने -कोने में, हहकार मच रही है ।। कौन है भाई ,कहां का भाई वह है महंगाई ,वह है महंगाई।…
बैगलेस – अशोक कुमार
टी ओ बी ने रखा प्रस्ताव, सरकार ने किया स्वीकार| शनिवार अब बैगलेस होगा, रचनात्मक कार्यों से लैस होगा|| नई-नई गतिविधियां होगी, नई ऊर्जा का होगा संचार| नई-नई कौशल सीखेंगे,…
हल्का हो गया बस्ता – एस.के.पूनम
रात्रि-पहर जल्दी से सो जाता था, बोझिल मन से प्रातः उठ जाता था, सहम जाता बस्ते का बोझ उठाने से, कंधों की वेदना से तड़प जाता था। जाग गया है…
बिन बस्ता – दीपा वर्मा
बच्चो की खुशी का ठिकाना नहीं है, बस्ता लेकर शनिवार को जाना नहीं है। पूरे हफ्ते इंतजार होगा इस दिन का , नाचना-गाना है, कोई मन से बीमार नहीं है।…
शिक्षा -प्रियंका प्रिया
शिक्षा तख्त-ओ-ताज बदलता है शिक्षा कल की आवाज बदलता है शिक्षा से बदल सकते हैं संसार सारा शिक्षा हमारे हालात बदलता है।। शिक्षा निदान है शिक्षा हर समाधान है शिक्षा…
राष्ट्र सेवा – नवाब मंजूर
जब मुश्किल में हो देश तो बंधु पीछे आगे न देख लग जा , भिड़ जा , तन से मन से यथासंभव धन से! धकेलो रथ का पहिया दम लगाकर…
गोरैया – नवाब मंजूर
ओ री गोरैया सुन री गोरैया… मेरी सोन चिरैया! सदा से मुझे तू भायी है जब जब रोया हंसायी है… तेरा फुदकना तेरा चहकना घर आंगन की शान है तू…
पुस्तक मेला – नीतू रानी
गे बहिना लागलै पुस्तक मेला रेणु उद्यान गे चल करबै पुस्तक दान गे ना। करबै सबकियो पुस्तक दान गरीब पढतै बढ़तै सबकेअ ज्ञान गे बहिना दान करले सेअ खुश हेतौ…
प्रभाती पुष्प – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
मनहरण घनाक्षरी वर्षा ऋतु आने पर, नदी नाले भरे जाते, आनंद से रहती है मछली तालाब में। लोगों की नज़र बीच, छिपाने से छिपे नहीं, असली छुपाते लोग चेहरा नक़ाब…
अदृश्य शक्ति -जयकृष्ण पासवान
कण-कण में तू व्याप्त है, निराकार बनके मौन । हर लम्हा होता महसूस तेरा, तेरे बिना उबारे कौन।। विश्वास फूल की माली बनी, सुगंध तेरा बसेरा। भंवरे तो परागन ले…