देशी मिट्टी के सुगंध देश हमारा हमें है प्यारा इसकी खुश्बू को पहचाने, इस मिट्टी में पले बढे हम आज खड़े हैं सीना ताने । कसम हमें है इस मिट्टी…
आत्मविश्वास-संयुक्ता कुमारी
आत्मविश्वास आओ बच्चों तुम्हें सुनाए कहानी दिव्यांग नृत्यांगना की। जो अपने आत्मबल से अपने सपने को साकार की। वह थी दिव्यांग नृत्यांगना नाम था सुधा चंदन। बचपन से करती थी…
दो जून की रोटी-संयुक्ता कुमारी
दो जून की रोटी किस्मत से नसीब होती है दो जून की रोटी। चहुँ ओर कोरोना हाहाकार मचाये दुनिया है परेशान, विवश और लाचार मजदूर हुए हैं। असमर्थ और परेशान…
जीवन के रंग-पंकज कुमार
जीवन के रंग इस रंग बिरंगी दुनिया में , जीवन का रंग अब कैसा हो , दौलत-शोहरत , झूठे ओहदे जीवन का रंग क्या ऐसा हो। जिसमे दौलत या पैसा…
How to live your life-Pankaj Kumar
HOW TO LIVE YOUR LIFE Love Your Life, Live Your Life, Don’t be Worried, Live Your life. Sometimes Happy, Sometime Sad, Sometimes Serious, Sometimes Mad. Love Your Mom, Love Your…
ऊर्जा-एकलव्य
ऊर्जा उर्जा मुझसे कहती है ना तो मेरा नाश है होता ना कोई निर्माण है करता मेरा बस है रूप बदलता। मेरा नाम तुम कुछ भी रख ले ध्वनि,पवन,यांत्रिक…
नन्हें बच्चे-लवली वर्मा
नन्हें बच्चे बच्चों से तो समस्त संसार है, समाहित इनमे ज्ञान का भंडार है। होते हैं ये अत्यंत भोले, सम्मुख सबके अपने राज खोले। चंचलता की ये तो मूरत…
आधुनिक परिवार-आँचल शरण
आधुनिक परिवार आधुनिक परिवार का हो गया है कैसा हाल, सब रहना चाहते अपने आप में सिमट कर खुशहाल। अब बूढ़े माता-पिता भी लगते है दूर के रिश्तेदार, यही है…
दामन-विजय सिंह “नीलकण्ठ”
दामन प्रभु का दामन पकड़ पकड़ कर हम सब भू पर आते हैं लेकिन भू पर आते हीं सब अपनों में खो जाते हैं। आने से पहले वादा करते कभी…
जगजननी माँ-मनु कुमारी
जगजननी माँ जिससे बंधी खुशियाँ मेरी, जिससे मँहके सारा जहाँ, सबसे अच्छी, सबसे न्यारी, है वो मेरी प्यारी माँ! स्नेहमयी, आनंदमयी, वात्सल्यमयी तेरी गोद ओ माँ, जिसके आगे फीकी पर…