मित्र ऐसा हो जीवन में एक मित्र कृष्ण जैसा चाहिए जो संग हो तो जीत निश्चित हो । और मित्र एक कर्ण भी तो चाहिए जो सदा साथ दे जब…
गांधारी का विलाप-दिलीप कुमार चौधरी
गांधारी का विलाप महाभारत का हुआ था अंत ; मचा था हाहाकार दिग्दिगंत । रण-भूमि में बिखरी थीं लाशें ; देखकर थम जाती थीं सांसे । कहीं पड़े थे…
चलो चलें स्कूल की ओर-विजय सिंह “नीलकण्ठ”
चलो चलें स्कूल की ओर जागो बच्चो हो गई भोर चिड़ियाँ मचा रही है शोर जल्दी-जल्दी तैयार होकर चलो चलें स्कूल की ओर। बैग में सभी किताबें रख लो साथ…
आओ प्रकृति बचाएँ-विनय कुमार
आओ प्रकृति बचायें प्रकृति ने ही तो हमें संवारा है पर हमने क्यूँ इसे बिगाड़ा है? इसकी हर रचना हमें भाती है यही तो हमारी सच्ची थाती है। संकल्प…
पंछी-लवली वर्मा
पंछी पंछी होते अत्यंत सुंदर, रंग-बिरंगे और मनमोहक। सम्मोहित करते सदैव हमें, इनके सारे संदर्भ रोचक।। रंग-बिरंगे इनके पंख, कर देते हैं सबको दंग। ये होते हैं बहुत निराले,…
एक कुत्ते की आत्मकथा-लवली कुमारी
एक कुत्ते की आत्मकथा सुनो दोस्तों मेरी कहानी है अनमोल मेरी जुबानी छोटा सा प्यारा बच्चा था मैं चक्रवर्ती परिवार में जब आया था मैं बड़े लाड प्यार से पाला…
निर्मल रचनाकार-प्रीति कुमारी
निर्मल रचनाकार हिन्दी साहित्य के वे निर्मल रचनाकार, जिन्होंने दिया ज्ञान को है ऐसा आकार जिनकी रचना का है ऐसा आधार जिससे मिट जाए जीवन का अन्धकार जो लिखते हैं…
प्रेमचंद-अवनीश कुमार
प्रेमचंद क्यों है कथासम्राट का जन्मदिन उपेक्षित क्या उनकी रचनाएँ अब है दम तोड़ती क्या उस कलमकार की रचना में इतना बस भी दम नही कि कर सके हामिद बन…
कलम के सिपाही को शत-शत नमन-रानी कुमारी
कलम के सिपाही को शत-शत नमन तस्वीरें नहीं बदलीं ओ संवेदना के शिखर पुरुष ! कलम के सच्चे सिपाही ! ओ कथा सम्राट! तुमने समाज की जिन सड़ी-गली रूढ़ियों से…
आदर्श शिक्षक-गौतम भारती
आदर्श शिक्षक हे मनुष्य निर्माता, राष्ट्र निर्माता पग पग आपकी दरकार है। आप हैं हमारे आदर्श शिक्षक, आपकी जय जय कार है ।। आपकी जय जय कार है । शिक्षण…