मतदान- एस.के.पूनम

विधा:-जलहरण घनाक्षरी विषय:-मतदान। चुनाव का शंखनाद, स्वपनों का डाले खाद, देने को वचनबद्ध,नव रीत गढ़कर। पूनम की चाँद आज, करे कुछ ऐसा काज, नेता हाथ जोडकर,वोट माँगे मढ़कर। मतदान अधिकार,…

सम्मान मिले अपार- एस.के.पूनम

विधा:-रूपघनाक्षरी सम्मान पाकर कवि, पाते हैं हर्षित छवि, नित्य दिन लेख छपे,ऐसा करे विचार। आलस्य को त्याग कर, शनैः शनै अभिसार, रुका नहीं लेखयंत्र,नित्य करे नवाचार। दवात में भरे स्याही,…

कैसी ये पहेलियाँ- एस.के.पूनम

मनहरण घनाक्षरी (कैसी ये पहेलियाँ) पतझड़ में पत्तियां, दूर चली उड़कर, शांत मौन नभचर,सूनी-सूनी डालियाँ। कलियाँ भी मुर्झाकर, बिखरी है सूख कर, मंडराता मधुकर,अब कहाँ क्यारियाँ। चमन उजड़ गया, उड़…

रूपघनाक्षरी- एस.के.पूनम

प्रभु रामचंद्र कहें, संतन के संग रहें, उदार भावना गहें,पूजनीय सतनाम। नित्य प्रति पाठ करे, दुजा कोई काम परे, भक्तों का विपदा हरे,लेते रहें हरि नाम। जात-पात भेदभाव, हृदय में…

प्रभु को अभिनंदन- एस.के.पूनम

जलहरण घनाक्षरी (प्रभु को अभिनंदन) विमल सकल काज, अवध नृप के राज, अयोध्या में बजे साज,करें हर्ष से वंदन। स्वागत में खड़े भ्राता, मधुर उल्लास पाता, वसुंधरा पर दाता,लगे तिलक…

पति को विश्वास है- एस.के.पूनम

🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 हास्यरस(मनहरण घनाक्षरी) कह रही धर्मपत्नी, रहने को मौन ठानी, ऐसी मिथ्या धरा पर,पात्र परिहास है। संगिनी बेलन संग, रक्षित उसका अंग, कोई नहीं करे तंग,अस्त्र-शस्त्र खास है।…

जलहरण घनाक्षरी- एस.के.पूनम

🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 विधा:-जलहरण घनाक्षरी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, करें शुभ कार्य सदा, सनातन परंपरा,है सदियों से अचल। नूतन विचार आए, खुशियाँ बटोर लाए, विधिवत पूजा करें,रहे भाव अविचल। धर्म से…

सुरक्षित रहे प्राण- एस.के.पूनम।

विधा:-रूपघनाक्षरी (सुरक्षित रहे प्राण) तरु की पत्तियां झड़ी, मंजरी भी गिर पड़ी, पतझड़ के मौसम का यही है पहचान। चल रही गर्म हवा, पिघलने लगे रवा, आनन झुलस गये,अत्यधिक तापमान।…

होली अंक – एस.के.पूनम

मचाया है हुडदंग, मर्यादा को किया भंग, भूल गया शालीनता,वाह भाई होली है। मदिरा पी झूम रहा, फटेहाल घूम रहा, नैयनो में नींद नहीं,खा ली भांग गोली है। छुप गई…