स्वर्ग नर्क कहीं और नहीं- नीतू रानी

स्वर्ग नरक कहीं और नहीं है इसी पृथ्वी पर सब, बैठके थोड़ा सोचिए जब समय मिलता है तब। इसी पृथ्वी पर जन्म लिए ऋषि मुनि‌और संत। राम, कृष्ण, माँ पार्वती…

क्या यही है नव वर्ष का त्योहार – नीतू रानी

क्या यही है नव वर्ष का त्योहार जिस त्योहार में मारे जाते हैं कई निर्दोष जीवों के परिवार, क्या यही है नव वर्ष का त्योहार । नंव वर्ष में सब…

छठी मैया गीत – नीतू रानी” निवेदिता”

नियम धरम सेएअ हम कईलौं, छठी मैया तोहरो त्योहार। करलौं में छठी के वरतिया कईलौं नहाय-खाय,कदुवा भात। करलौं हम खरना उपास, सहलौं दिन अरबा खेलौं रात। मंगेलौं हम बाॅ॑स केअ…

सूर्य देवता – नीतू रानी” निवेदिता”

द्वार पर आए सूर्य देवता है उनको नमस्कार, छठी मैया के घाट पर लगी है छठव्रती की कतार। छठवर्ती कर जोड़कर पानी में है खड़ी, सूर्य देवता को अर्घ देने…

करवाचौथ गीत – नीतू रानी “निवेदिता

पिया यौ अहाॅ॑ लएअ करै छी करवाचौथ त्योहार यौ , भैर दिन राएख केअ उपवास यौ ना। एक दिन पहिले गेलौं बाजार किनलौं साड़ी ,चूड़ी लाल, पिया यौ अहाॅ॑के देखै…

छागर की माॅ॑ – नीतू रानी” निवेदिता”

छागर की माॅ॑ बकरी कहती है क्या यहीं है नवरात्रि का त्योहार, जिस त्योहार में की जाती है मेरे आगे मेरे बच्चों की मार-काट। मत मारो मेरे बच्चे को न…

सिहर उठता हूँ देखकर –

अब ये दुनियाँ -दुनियाँ न रहा, सिहर उठता हूँ इस दुनियाँ को देखकर। इस दुनियाँ में हो रहे चोरी डकैती लूट- पाट, और फैल रहेझूठ,चोरी,नशा,हिंसा और व्यभिचार, सभी इसी का…