करिये निशदिन योग – मनु कुमारी

प्रेम देह से है अगर,करिये निशदिन योग। काया होगी स्वस्थ तब, और हटेंगे रोग। योगीजन से सीखकर, कीजै प्राणायाम।। ध्यान योग के चरम पर,मिल जायेंगे राम।। नैन नजर के योग…

विवाह वर्षगांठ – मनु कुमारी

मनहरण घनाक्षरी कवित्त छंद अचल सुहाग भाग, ईश्वर आशीष प्राप्त, पिया जी के साथ रहूँ,यही वर मांगती। भरे- पूरे रहें सब, मायका व ससुराल, सजल सुहाग भाग, दिन रैन चाहती।…

लाल रंग – मनु कुमारी

मुझे लाल रंग भाता है। क्योंकि यह रंग है- मेरी खुशियों का, इन हसीन वादियों का। तुम्हारी बेपनाह चाहतों का, रिश्तों की गर्माहटों का। यह रंग है अंधेरों में उजास…

सौंदर्य. – मनु कुमारी

स्त्री का सौन्दर्य ना तो टीका पहनने से है, ना बिंदी, नथिया,कंगन, चूड़ी पायल पहनने से। लिपिस्टिक,काजल ,गजरा, झूमका, कमरबंद, बिछिया, हीरे मोतियों से जड़ी साड़ियों से नहीं । उसका…

अग्निशमन – मनु कुमारी

आओ बच्चों तुम्हें बतायें , अग्निशमन क्या होता है ? अग्नि से बचाव का यह एक , उत्तम माध्यम होता है। अग्नि दुर्घटना से नुकसान ! अग्नि बचाव का चलाएं…

रिश्ते दिलों के- मनु कुमारी

रिश्ते दिलों के निभाये हैं हमने, गमों में भी अक्सर मुस्कुराये हैं हमने। है बहुत हीं प्यारा ये नाजुक सा बंधन, फूलों की भांति संवारा है हमने। कभी डांट फटकार…

उज्ज्वल रखना भाल – मनु कुमारी

इम्तिहान का आ गया,सुंदर सा परिणाम। उल्लासित बच्चे यहां, खूब करेंगे नाम।। बच्चे निर्धन के सदा, पढ़ते मन चित लाय। शिक्षा हेतु और नहीं,कोई यहां उपाय।। नैतिकता की सीख ले,…