मात्रा – 19 122 122 122 121 बहाओ सदा प्रेम भरकर समीर । मिटाओ अँधेरा गये कह कबीर ।। जलो दीप जैसा करो तुम प्रकाश । न टूटे कभी प्रेम…
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एकावली- सुधीर कुमार
एकावली मात्रा — १० यति — ५,५ अंत — दीर्घ २१२ , २१२ राम का , नाम ले । सुबह ले , शाम ले ।। ध्यान हम , सब धरें…
पंच चामर – सुधीर कुमार
पंच चामर मात्रा – 24 वर्ण — 16 यति – 12,12 अंत – दीर्घ मात्रा 121 212 121 212 121 2 सदैव साहसी बनो , यहाँ पहाड़ सा अड़ो ।…
तमाल छंद -सुधीर कुमार
तमाल छंद मात्रा — 19 अंत – गुरु लघु संकट में है साथ निभाते मित्र । होते है ये अच्छाई के चित्र ।। मित्र हमारे हरदम रखते ध्यान । दुख…
रास छंद- सुधीर कुमार
प्यारे बच्चों , तुम सब मिलकर , अब रहना । इस जीवन में , उत्तम विद्या , ही पढ़ना ।। सही कर्म में , रोज लगाना , तुम मन को…
कुंडल- सुधीर कुमार
छंद – कुंडल मात्रा — 22 वर्ण —- 14 यति – 12 , 10 अंत — 2 ,2 2121 2121 , 2121 22 रोग हैं दहेज एक , जान लो…
गीतिका – सुधीर कुमार
गीत छंद – गीतिका मात्रा — १४ २१२२ २१२२ , २१२२ २१२२ छोड़ दो तकरार सारे , प्रेम से कुछ बात कर लो । लड़ चुके हैं हम बहुत ही…
जय माँ सरस्वती-सुधीर कुमार
मनहरण घनाक्षरी वर्ण — ८ ,८ ,८ ,७ अंत – लघु , दीर्घ वीणा पाणि मात मेरी , दया मिले हमें तेरी , शिशु हमें जान जरा , अंक भर…
अरिल्ल छंद -सुधीर कुमार
अरिल्ल छंद मात्रा – १६ अंत – १२२ आपस में मत करो लढ़ाई । बच्चों कर लो खूब पढ़ाई ।। तुम अपना मत समय गँवाना । अच्छे बच्चे सदा कहाना…
अकड़म बकड़म – सुधीर कुमार
अकड़म बकड़म छंद — पद्धरि मात्रा — १६ अंत – जगण बच्चे सब पूछें यह सवाल । सूरज क्यो होता लाल-लाल ।। क्यों नीला लगता आसमान । भौंहों को कहते…