सुनने में लगता सरल लेकिन रहता काफी विरल पर जिसके पीछे लग जाए बना दे उसे निर्मल। गाँव शहर व विद्यालय मानव के पीछे भी लगते चर्चाएँ होने लगती इससे पशु-पक्षी भी सजते। बन जाते सब हैं महान जिसके लग जाए पीछे स्थान बाकी जीवन कभी न थकते ऐसों का गाकर गुणगान। इसके पीछे चलने की गर भावना मन में आ जाए बुराई का अंत दिखेगा अच्छाई भी छा जाए। कुछ जन में है एक बुराई न आदर्शों पर चलते हैं स्वयं को सर्वज्ञ मानकर सदा असफल रहते हैं। आदर्शों पर चलकर ही हर कार्य सफल हो जाते हैं इसीलिए सब ज्ञानी जन इसे हीं तो अपनाते हैं। चलो सभी जन मिल जुलकर आदर्शों का पालन कर लें दुःख के दिन भाग जाएँगे खुशियों में जीवन जी लें।
दोनों है एक समान बेटा बेटी एक समान रखें सभी अब इसका ध्यान अंतर न है इसको जान दोनों पर सबको अभिमान। एक ही मॉं के कोख में पलते एक दूजे के साथ खेलते स्कूल कॉलेज साथ निकलते दोनों निर्भीक हो दिखे टहलते। रूढ़िवादी सोच को बदलें तुच्छ मानसिकता से…
बीत गया है बीस बीत गया है बीस आ गया दो हजार इक्कीस कोई नहीं खुश दिखा कहीं पर सबों को मिली एक टीस। जनवरी में ठंड से सब थे ठिठुरन को मजबूर फरवरी की बात न पूछो दुख आया भरपूर। मार्च अप्रैल व मई जून तक था लॉकडाउन का…
बच्चों को दुग्ध प्रदान करें जब मैदानों में पहुॅंचा कुश्ती का दंगल शुरू दिखा सबके मुख पर बस एक बात तुम माॅं का दूध पीया है क्या? गर माॅं का दूध पीये हो तुम तभी विजित हो पाओगे नहीं तो हट जल्दी पीछे क्या मुझसे हाथ मिलाओगे। यह आवाज हर…