आविष्कार-बीनू मिश्रा

आविष्कार क्षुधा पेट की शांत हुई तो जिज्ञासु मन हार न फिर मानी थी, हरदम कुछ ना कुछ खोज निकाला खास जरूरत पूरी करके, उसने सुस्ती नहीं दिखाई काट-पीट और…

विज्ञान रस गति के नियम-बीनू मिश्रा

विज्ञान रस गति के नियम मैंने किए रचित विज्ञान रस, और लिख डाली कुछ कविता, और न्यूटन ने लिख रखे हैं, “न्यूटन्स लाॅज ऑफ मोशन” देख विज्ञान रस न खोएं…

जोड़ घटाव-बीनू मिश्रा

जोड़-घटाव  आओ मिल कर खेले खेल, क्या होता है करके मेल, मेरे पास थे डिब्बे दो, और दो दे गया वो, अब कितने हुए  अब हो गए डिब्बे चार, उसमें रखे…