खुशहाल रहेगा देश हमारा भारत देश सदा खुशहाल रहेगा, देश हमारा सारे विश्व को दिखलायेगा, देश हमारा सबसे प्यारा है, देश हमारा सदा विजयी था, सदा विजयी है, विजयी रहेगा…
Author: मधुमिता
मेघा-मधुमिता ‘सृष्टि’
मेघा मेघा रे मेघा रे, अंबर की बगिया में छा जा रे…… संग तेरे नाचे मेरा मन मयूरा रे… उमर- घुमर कर प्यासी धरा पे छा जा रे…… खुशियों…
बचपन-ब्रह्माकुमारी मधुमिता ‘सृष्टि’
बचपन अल्हड़ है, मदमस्त है आसमा, छूने की चाहत है। नदियों सी चंचल है पवन सी पागल है जानने को सबकुछ उत्कल है। आंखों में खुशी, होठों पे हंसी पल…
मुस्कान-ब्रह्मकुमारी मधुमिता सृष्टि
मुस्कान चेहरे की सुंदरता बढाती आंखों में खुशियों का संचार करती तन मन को ऊर्जा से भरपूर करती अपनों को करीब लाती एक प्यारी सी मुस्कान देख जिसे भूल जाएं…
जो आया है सो जाएगा-ब्रम्हाकुमारी मधुमिता ‘सृष्टि ‘
जो आया है सो जायेगा जो आया है, सो जाएगा न कोई रहा है, न कोई रह पाएगा गुजरते वक्त के साथ, ये वक्त भी गुजर जायेगा न थको तुम,…
मेरे पापा-ब्रम्हाकुमारी मधुमिता
मेरे पापा मेरी हर खुशी में मुस्कुराते मेरे हर गम में, ढांढस बढ़ाते मेरे पापा मुझे कभी पीटी उषा, तो कभी सुनीता विलियम्स बनाते मेरे पापा मेरे आंसुओं के बहने…
उम्मीदों का आकाश कभी झुकता नहीं-ब्रह्मकुमारी मधुमिता
उम्मीदों का आकाश कभी झुकता नहीं हौसले की उड़ान भर तू राही, कभी थमना नहीं… चलता चल जीवन पथ पर, क्योंकि… उम्मीदों का आकाश कभी झुकता नहीं.. बाधाएं तो…