महाष्टमी में खोइछा का महत्व – अवधेश कुमार

खोइछा में संजोया शुभ आशीष,माँ के चरणों का अनमोल वचन। धान, दूब, हल्दी, सुपारी के संग,बन जाती जीवन में खुशियों का अंग ।मिथिला के घर-आंगन में बंसा ,स्त्री शक्ति का…

प्रायोगिक विज्ञान – अवधेश कुमार

प्रायोगिक विज्ञान किताबों और सैद्धान्तिक कक्षाओं से मन जब ऊब जाता हैतब प्रयोगशाला में मन लगता है।टेस्ट-ट्यूब में रंग बदलते सपने,कभी बीकर में घोलते रंग नये । धुआँ (गैस). नहीं,…

विद्यालय का परीक्षा मेला- अवधेश कुमार

माध्यमिक अर्धवार्षिक परीक्षा 2025स्कूल में आज लगा है मेला,परीक्षा देने आये कुछ नए छात्र अलबेला।कॉरिडोर में भीड़ लगी है कैसी,पेपर मिलने की सबको है बैचैनी जैसी । स्कूल में आज…

कन्या वंदन – राम किशोर पाठक

माता घर-घर में आती है, धर कन्या का रूप।पाठ पढ़ाती शक्ति बोध का, उसके हर स्वरूप।।शैलसुता सी किलकारी दे, घर वासी हो भूप।ब्रह्मचारिणी सदा किशोरी, होती बड़ी अनूप।। नवयौवना चंद्रघंटा…

मां भवानी – अमरनाथ त्रिवेदी

शक्ति की  अधिष्ठात्री देवीदुर्गा नाम से प्रख्यात हैं ।होती इनकी नौ रूपों की पूजा ,यह पावन पर्व बड़ा विख्यात है । माँ का नाता पुत्र से होता ,और पुत्र का…

माता रानी – जैनेन्द्र प्रसाद रवि

माता रानी का भजनआंचलिक भाषा में तोहर माथे में मुकुट गले हार सोहे ला,माई दसों हाथ तोहर हथियार सोहे ला।कर में कंगन सोहे भाल सोहे बिंदिया,असुरों के देख तोहे आवे…

बेटी दिवस – नीतू रानी

बेटी दिवस पर बधाई हो बधाई,इस पर मैंने बँटबाई ढेरों सारी मिठाई,बेटी दिवस पर बधाई हो बधाई——-२। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओकम उम्र में न बेटी बियाहो,जहाँ तक पढ़ती है नहींरोको…

पुत्री दिवस- गिरिंद्र मोहन झा

आज अन्तरराष्ट्रीय पुत्री दिवस पर प्रस्तुत मेरी एक कविता:पुत्री-दिवसधन्य वह गेह है, जहँ खिलखिलाती बेटियाँ,धन्य वह गेह है, जहाँ चहचहाती हैं बेटियाँ,धर्म-ग्रंथ कहते हैं, गृह-लक्ष्मी होती बहु-बेटियाँ,सारे देवों का वास…

रुठी क्यों दुखहरणी माता- बिंदु अग्रवाल

रूठी क्यों दुखहरणी माता रूठी क्यों दुखहरणी माताकैसे मैं तुझे मानाऊँ?कैसी विकट प्रतीक्षा की हैकैसे मैं तुझे बताऊँ? न जानूँ मैं जप तप ध्यानाकैसे तुझे रिझाऊँ?मुझमें नहीं है धैर्य राम…

त्वमेका शिवा- राम किशोर पाठक

त्वमेका शिवा – स्त्रोत सदा शक्ति आलंब भक्तान माता, न जानामि योगं जपं नैव ज्ञाता।सदा कल्पनाशील तुभ्यम् भजेहं, नमो दिव्य रूपं नमो सर्व त्राता।। त्वमेका शिवा आदि रूपा अनूपा, त्वमेका…