योग बिना जीवन बेकार

योग बिना जीवन बेकार युग-युग की यही पुकार, योग बिना जीवन बेकार। जो नहीं योग करता, दिन-प्रतिदिन रोग गढ़ता। मोटापा, बीपी, शुगर, इससे वह नही बचता।। समय मिले न घड़ी…

Yoga will do

Yoga will Do It isn’t about body shape But shape of life It isn’t performed But to be lived Doesn’t Care about past But about your future; Designed for profound…

योग – धीरज कुमार

मिलता है बहुत मुश्किल से मानव शरीर। गलत दैनिक क्रिया से रोग पालते है गंभीर।। समय रहते योग के महत्व को समझना और समझाना है। अभी भी देर नहीं हुआ…

योग विश्वगुरु -भारत – दिप्ति सिंह

  अंतराष्ट्रीय योग दिवस विशेष -स्वरचित कविता योग विश्वगुरु -भारत आओ हम सब मिल के मनाए पर्व नये इस विश्व की। भारत ने दी संकल्पना,2015 में है योग की भारत…

अनंत शिल्पी यहाँ-एस.के.पूनम

छंद:-मनहरण घनाक्षरी (अनंत शिल्पी यहाँ) विभुतियों का संसार,सितारे हैं मंच पर, पटल शोभित जहाँ,शब्दों का खेल वहाँ। उकेरे भावनाओं को, उतारे कल्पनाओं को, कलम-दवात जहाँ, रचनाकार वहाँ । नभ में…

मुखौटा-

सुंदर मुखौटा लिए चेहरे पर, ईमानदारी का रंग चढ़ाया था। ईमान बेच कर उपदेश दे रहे, गीता का कसम खाया था।। दीवारें चिख कर कुछ कह रहे थे । “आंगन…

भारत की बिन्दी-विनय विश्वा

मैं हिन्दी हूं जननी जन्मभूमि मातृभाषा हूं खड़ी बोली खड़ी होकर मर्यादित,अविचल‌ आधार हूं मैं भारत की श्रृंगार हूं। इतिहास से लेकर अब तक मैं सिंध से हिन्द, हिन्दी कहलाई…