माता -जैनेन्द्र प्रसाद रवि

माता जगत में है जो प्यारी, सारी दुनिया से न्यारी, युगों-युगों से हमारी, माता कहलाती है। हमें लाती धरा धाम, सहती है पीड़ा घाम, अंगुली पकड़ हमें, चलना सिखाती है।…

आधुनिक नारी-रूचिका राय

आधुनिक नारी आधुनिक भारत की हूँ मैं नारी, नही अबला नही हूँ मैं बेचारी, पहुँच जाऊँगी मैं चाँद तक भी, इसके लिए करती हूँ मैं तैयारी। रीतियों का सदा निर्वहन…

नारी शक्ति है शक्ति की भरमार है -एम० एस० हुसैन

नारी शक्ति है शक्ति की भरमार है नारी शक्ति है शक्ति की भरमार है नारी तो रुपों की खूद अवतार है नारी को जहां समझती है अबला जिसने संभाली सृष्टि…

“तू” चल अकेली -डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा

“तू”चल अकेली वज़ूद है”तू”इस सृष्टि की दुनियां की है अबूझ”पहेली” , समझेगा कौन तेरे मन को छोड़ दे सब”तू”चल अकेली । बंट गई है रिश्तों में कितने कब बन पाई…

नारी की अंतर्कथा – लवली कुमारी

नारी की अंतर्कथा हां हां मैं नारी हूं, पहचान नहीं मिटने दूंगी। तप साधिका जैसी अनुसुइया विषपान कर गई मीराबाई यमराज से लड़ सतीत्व का बोध कराया सावित्री ने इतिहास…

पुस्तक-देव कांत मिश्र

पुस्तक पुस्तक देती ज्ञान है, करो सदा सम्मान। पढ़े इसे जो मन सदा, पाए अभिनव ज्ञान।। पाए अभिनव ज्ञान, इसे नित मन में लेखो। करें सभी गुणगान, सदा तुम करके…

फणीश्वर नाथ रेणु सोहर गीत- नीतू रानी

फणीश्वर नाथ रेणु सोहर गीत धन्य हमर पूर्णियाॅ॑,अररिया जिला धन्य गाॅ॑व औराही हिंगना रे , ललना रे धन्य भेल शिलानाथ पाणो देवी कि जिनकर घर रेणुजी जन्म लेल रे। छोटे…

बकरी का बच्चा-नीतू रानी

बकरी का बच्चा नदी किनारे बकरी का बच्चा चरने निकला घास, अगल -बगल से आ रही थी कुछ कुत्तों की आवाज। आवाज सुनकर बकरी का बच्चा दौड़कर गया मम्मी के…