पर्यावरण-मुकेश कुमार

पर्यावरण आओ पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं, अपने को स्वस्थ और जीवन को बेहतर बनाएं। अगर जीवन में हम सब एक भी पेड़ लगा देंगे, बच्चों के भविष्य को और बेहतर…

मुदित मन-दिलीप कुमार गुप्त

मुदित मन जीवन पाटल सम सुशोभित पल्लवित पुष्पित कंटक में अगम्य पथ तपन तप्त बालुका विश्रांति मंजुल मरूवन में। मन कराल सम्मुख मृगतृष्णा एकल गमन पुनीत हरि वन में द्वन्द्व…

यक्ष प्रश्न-गिरिधर कुमार

यक्ष प्रश्न पूछे जाते रहे हैं सवाल कभी हमसे तुमसे युधिष्ठिर से परम्परा रही है यह नियति की उत्तर ढूंढ़ना होता है कभी हमें कभी तुम्हें कभी युधिष्ठिर को यह…

वसुंधरा-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

वसुंधरा वसुंधरा सदा पावन बने बहे हृदय ऐसा विचार। हरी-भरी नित इसे बनाकर करें हम जीवन साकार।। इस धरा पर शस्य जब उगते मिलती हैं खुशियाँ अपार। रखें नहीं कलुषित…

युवा शक्ति-बीनू मिश्रा

युवा शक्ति गुमनाम सा जीवन कब, यौवन को हुआ स्वीकार, नवयौवन तो है ऋतुराज बसंत, जीवन का श्रृंगार। जब भी युवा शक्ति किया प्रदर्शन, नवयुग का निर्माण हुआ, नव यौवन…