गाँव की मिट्टी आज भी जीवंत है गाँव, उसकी मिट्टी और छाँव। कच्ची थी पगडंडी, नहीं थी कोई मंडी। पेड़ों पर झुलना, गिरकर फिर संभलना। नानी दादी की कहानी, खूब…
Author: Vijay Bahadur Singh
स्कूल में आई खुशियाँ-विजय सिंह नीलकण्ठ
स्कूल में आई खुशियाँ फरवरी दो हजार बीस से बंद था पठन-पाठन विद्यालय में प्यारे बच्चे छुपे हुए थे अपने-अपने आलय में। मन नहीं लगता गुरुजी को था बैठे-बैठे विद्यालय…
सरस्वती वंदना-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा
सरस्वती वंदना छुप गयी हो तुम कहाँ बताओ माँ तुम “शारदा,” बसंती चुनर ओढ़कर तुम धरा पर आओ माँ। मिट रहा है ज्ञान-ध्यान घट रही है “साधना”, मिट रहा है…
रक्षक हमारे विटामिन-आँचल शरण
रक्षक हमारे विटामिन आओ बच्चों जानें कुछ नवीन देती ऊर्जा, करती रक्षा बढाती शक्ति असीम हम सब कहते जिसको विटामिन। जनक इसके “फ्रेडरिक्क हॉप किंंस”, इनकी मेहनत से ही मिली,…
पढ़ लिख जाने दो ना-अपराजिता कुमारी
पढ़ लिख जाने दो ना बाबा करो अभी न शादी थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना, तन तो है गीली मिट्टी पूरी तो गढ़ जाने दो ना, मन भी…
वरदराज की कहानी-सुधीर कुमार
वरदराज की कहानी आओ बच्चों, तुम्हें सुनाता, हूंँ मैं एक कहानी आज। गुरुकुल में एक बालक रहता, नाम था जिसका वरदराज। पढ़ने में रुचि नहीं थी उसकी, था विद्या से…
जय माँ शारदे-स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
जय माँ शारदे हे शारदे जगजननी माते, हे सुर धुन ज्ञानी तू वर दे। श्वेताम्बरा सुमति सुमुखी माँ सुन, हे अनहद नादिनी तू स्वर दे। प्रणमामि त्वयं, भजामि तव्यं स्वीकार…
हम शिक्षक-संयुक्ता कुमारी
हम शिक्षक हाँ हम शिक्षक हैं ……. मन में एक संकल्प लेकर आएँ । लाख विघ्न हो रास्ते में…… शिक्षा का दीप जलाएँ । हर शहर हर गाँव में …..…
बच्चों डरो मत मुश्किलों से-कुमार संदीप
बच्चों डरो मत मुश्किलों से बच्चों, किंतु परंतु नामक शब्द ज़िंदगी से निकालकर तुम आगे बढ़ो कुछ अलग करने का संकल्प लो किसी भी परिस्थिति में मुश्किलों से मत डरो।।…
भारतमाता-अश्मजा प्रियदर्शिनी
भारतमाता विविध वेष-भूषा से सजी भारत माता हमारी। अनेक धर्मों के धर्मावलंबी हम, तन मन धन अर्पित कर, दुनिया को हम अपनी एकता दिखाएँ। धर्मनिरपेक्षता, साम्प्रदायिकता है हमारी। पर अखण्ड…