आओ मानवता का विस्तार करें आओ हम सब मिलकर मानवता का विस्तार करें सच्चाई की राह पर चलें इसका हमसब प्रचार करें जग में हैं जितने भी बाधाएं ऊंच-नीच और…
Author: Vijay Bahadur Singh
देखो कदम न डगमगाए-कुमकुम कुमारी
देखो कदम न डगमगाए बाधाएँ आती है, आएगी, यह देख न घबराना तुम। अपनी मंजिल पाने को, सत्य पथ पर ही बढ़ते जाना तुम। अगर आज है अंधेरी रात, तो…
पिता की चाहत-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
पिता की चाहत जीवन का अभियान पिता का, बच्चे होते अरमान पिता का। तिनका तिनका जोड़ जुटाया, अपने सपनों का महल बनाया, उसमें बसती जान पिता का। ताकत से बढ़कर…
जीवन मुक्त-दिलीप कुमार गुप्त
जीवन मुक्त जीवन की राह आसान नहीं है शोक क्षोभ संताप यहीं अन्तर्मन सुमधुर पराग प्रकीर्णित सुवासित शतदल मधुमास यहीं । अतीत के अनुभव हों आत्मसात कठिन दौर का लें…
नया साल-भोला प्रसाद शर्मा
नया साल देखो साल नया आया ऐसा खुशियाँ लाई वर्षा के जैसा। चारों ओर हैं हरे-भरे नाचे मोर भी खड़े-खड़े दीप-शिखा भी डोल रहे बागों में कोयल बोल रहे नया…
साथी हाथ बढ़ाना- देव कांत मिश्र दिव्य
साथी हाथ बढ़ाना मेरे साथी हाथ बढ़ाना गिरते हुए को तू उठाना। कर्म पथ से विचलित मनुज को सद्कर्म का मार्ग दिखाना।। मेरे साथी—— उर में भाव सदा हो पुष्पित…
उम्मीद-भवानंद सिंह
उम्मीद आशा और उम्मीद से भरा आया है नववर्ष यहाँ, पुष्पित-पल्लवित हो सबका जीवन नववर्ष दो हजार इक्कीस में। नये साल का नया सवेरा शुभमंगल बन आया है, उषाकाल का…
लक्ष्य-अनुज कुमार वर्मा
लक्ष्य सफल होना सोच लिया है, जीवन अपना समझ लिया है l अवसर को स्वीकार किया है, लक्ष्य अपना तय किया है l संघर्ष करना सीख लिया है, पदचिन्ह में…
आंनद हीं आंनद-अवनीश कुमार
आंनद हीं आंनद गिरेगा नहीं तो चलेगा कैसे ? लड़ेगा नहीं तो जीतेगा कैसे ? भिड़ेगा नहीं तो अड़ेगा कैसे ? डरा नहीं तो डरायेगा कैसे ? हारा नहीं तो…
दहेज-अशोक कुमार
दहेज बेटा बेटियां बराबर के अधिकारी, उन्हें बनाएं जरुर संस्कारी। शिक्षित बनाएं और उपकारी, दोनों का है बराबर की हिस्सेदारी।। बेटा बेटी वस्तु नहीं कि हम करें खरीददारी, दहेज लेना…