विद्यालय में-विजय सिंह नीलकण्ठ

विद्यालय में बिन बच्चों के मन नहीं लगता गुरुजी को विद्यालय में खाली बैठकर समय बिताना पड़ता है विद्यालय में। कोरोना ने बंद कर दिया बच्चों का स्कूल आना बैठ…

आओ करें वन की रखवाली-रानी कुमारी

आओ करें वन की रखवाली छोटे-छोटे, बड़े-बड़े पेड़-पौधे हरे-भरे जीव-जगत के रखवाले धरती माँ के ये गहने सारे। पशु-पक्षियों ने पेड़ों पर अपना घर बसाया है तपती धूप में हमें…

हमारा प्रेम हमारी ताकत-नीतू रानी

हमारा प्रेम हमारी ताकत प्रेम बिना ताकत नहीं प्रेम बिना नहीं ज्ञान, बिना प्रेम संबंध नहीं प्रेम बिना न सम्मान। जिससे जिसको प्रेम है न रह सकते उसके बिना, जीते…

दिवाली-प्रीति कुमारी

दिवाली खुशियों का सौगात लेकर, आती है हर साल दिवाली। अँधियारे को दूर भगाकर, करती है खुशहाल दिवाली। करके घर की साफ-सफाई , रंग-रोगन लिपाई पुताई। दरवाजे पर हम हैं…

दिवाली-निधि चौधरी

दीवाली चंचल वन में मनी दीवाली, घनी अंधेरी रात थी काली। चंपू खरगोश दिमाग लड़ाया, जुगनू की टोली बुलवाया। जगमग जगमग जुगनू चमके, खाई मिठाईयाँ सबने जमके। किसी ने पटाखे…

हार नहीं मानूंगी-मधु कुमारी

हार नहीं मानूंगी हार नहीं मानूंगी मैं हार नहीं मानूंगी चाहे स्थिति-परिस्थिति कैसी भी हो न मनोबल को गिराऊंगी करूंगी हर मुश्किल से डटकर मुकाबला किन्तु हार नहीं मानूंगी ।…