इस बार का दसहरा मचलता है मन उठते हैं प्रार्थना के स्वर चीरते हैं जैसे कोरोना के अंधियारे को विश्वास का बल आया है सड़कों पर चुहल बढ़ी है हिम्मत…
Author: Vijay Bahadur Singh
वर्षा ऋतु-रीना कुमारी
वर्षा ऋतु वर्षा ऋतुओं की रानी है, ये है तो धरती पर पानी है, सुख-दुःख की रवानी है जीवन की सच्ची ये कहानी है। किसानों में होता खुशी का संचार,…
देश हमारा सबसे प्यारा-प्रीति कुमारी
देश हमारा सबसे न्यारा सबसे प्यारा सबसे न्यारा, सबसे सुन्दर देश हमारा । कहीं पठारें कहीं है पर्वत, कहीं हैं नदियाँ कहीं बहारा । कहीं हैं झरने कहीं नजारे, कहीं…
मतदान-प्रभात रमण
मतदान आया समय फिर दान का स्वागत करो मतदान का । विकास का परिधान दो अपना मतदान दो । अभी चूक गए गर तुम पाँच वर्ष पछताओगे । पिछड़े रह…
अहंकार-प्रियंका कुमारी
अहंकार अहंकार के वश में जब मनुष्य हो जाता है, अहंकारी बन बैठ वह अपनी सब सुध-बुध गँवाता है, विनाश की राह के दल-दल में वह धसते ही चला जाता…
जग में रौशन नाम करो-कुमारी अनु साह
जग में रौशन नाम करो काम करो कुछ काम करो जग में रौशन नाम करो किसी से न डरो तुम अँधेरों से लडो तुम सूरज सा चमको तुम फूलों सा…
बिटिया रानी-नूतन कुमारी
बिटिया रानी अति मनमोहक छवि तुम्हारी, मृदुल वाणी से लुभा रही हो, ओ मेरी बिटिया रानी, बिन बोले सबकुछ बता रही हो। तेरी किलकारी पर अपनी जान लूटा दूं, ह्रदय…
सूरज कब आएगा-मनोज कुमार दुबे
सूरज कब आएगा ठिठुरता धारदार मौसम छील-छील ले जाता है त्वचा बींधता पेशियों को गड़ जाता हड्डियों में/ पहुँच जाता मज्जा तक स्नायुओं से गुज़रता हुआ झनझना दे रहा तुम्हें…
बेटी:अधिकार-मधु कुमारी
बेटी : अधिकार बाबा मैं भी अभिमान तुम्हारा मान-सम्मान संग संतान तुम्हारा मुझको भी है पढ़ने जाना शिक्षा का है दीप जलाना शिक्षा का अलख जलाऊँगी पढ़ लिखकर मैं भी…
मीठी बोली-मनु कुमारी
मीठी बोली कड़वी बोली से मानव, संसार में अपयश पाता है। मीठी बोली से हीं वह तीनों लोकों में यश पाता है।। काँव- काँव करके कौआ न, किसी के मन…