उम्मीद का दिया अवधेश कुमार

उम्मीद का दिया : एक शिक्षक की दीपावली

उम्मीद का दिया जलाता हूँ,
जीवन को नया अर्थ देता हूँ।

कुछ नया कर गुज़रने की चाह से,
अपने अन्तर्मन को जगाता हूँ।
दीपावली में करूँ एक गरीब घर को रौशन ,
ऐसा विश्वास जगाता हूँ ।

शिक्षक हूँ विज्ञान का ,
सुरक्षित दीपावली के बारे में , छात्रों को बताता हूँ ।
उम्मीद का दिया जलाता हूँ,
अंधेरों में भी मुस्कुराता हूँ।

बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों में आनंद लेता हूँ ,
झालर , कैंडिल और घरौंदों को उनके साथ सजाता हूँ ।

दीप जलाओ, दीप जलाओ , सकारात्मक ऊर्जा फैलाओ,
घर-आंगन रोशन करो, प्रेम और खुशियाँ लुटाओ।

हर दिया जलाकर रोशनी का सृजन करता हूँ,
बच्चों में सकारात्मकता, प्रेम और सद्भाव की ज्योति बढ़ाता हूँ ।

उम्मीद का दिया जलाता हूँ ,
खुशियों की मिठास फैलाता हूँ ।

प्रस्तुति – अवधेश कुमार
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय रसुआर , मरौना , सुपौल

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