तितली रानी – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’

तितली रानी! तितली रानी! लगती हो तुम बड़ी सयानी।। रख लो तुम आँखों में पानी, नहीं करो अब तुम मनमानी।। रंग-बिरंगे पंख सलोने, मन को अति प्यारे लगते हैं। फूलों…

मम्मी दुनिया से निराली है – अमरनाथ त्रिवेदी

दुनिया चाहे कुछ भी कह ले मम्मी  ही  हमारी जान है। हर सुख-दुःख में साथ वह देती , मम्मी  ही  हमारी  पहचान है।। मम्मी  की  बात मीठी होती, लगती  हमें …

मेरे नाना- नीतू रानी

मेरे नाना प्यारे नाना आपके घर, मेरा आना-जाना। जब भी हम जाते, हमें बुलाते, अपने पास वो हमें बिठाते। कुछ -न -कुछ नित हमें सिखाते, दो लाईन हमसे पढ़वाते।। कभी…

निपुण बनें हम- अवनीश कुमार

  हे प्रभु! हम बालक बड़े नादान, आप हमें दें यह वरदान। जल्दी निपुण, बन जायें हम, भारत के निपुण बालक कहलायें हम। पढ़ने- लिखने में हों बालक अच्छे, भाषा-गणित…